सम्पूर्ण धर्म-ग्रन्थ संग्रह ( Complete Pack of Dharmgranth)

धार्मिक ग्रन्थो या पुस्तकों को प्रतिदिन अपने कार्यालय ले जाना, अथवा किसी यात्रा पर अपने साथ ले जाना सम्भव नहीं हो पाता, और न ही पुस्तक-रूप में विपुल साहित्य को प्रत्येक व्यक्ति अपने पास संग्रहित करके नहीं रख सकता। इसलिए हमने कल्याण-पत्रिका की पिछले 9 वर्ष की उपलब्ध प्रतियों को पीडीऍफ़ रूप में संकलित किया है। जिनमे कि पूर्व के सैकड़ो वर्षो से लेकर वर्तमान तक के सभी धर्मगुरुओ के साधू संतो के अमृतस्वरुप लेख है, धार्मिक ग्रन्थो को सरल रूप में सार रूप में लेखो के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। साथ ही इसमें अलग से , हम आपको कुल 50+ कल्याण-विशेषांक ग्रन्थ भी दे रहे है। जिनमे से कि कई कल्याण-विशेषांक अब अप्राप्य भी है, और छपने बन्द हो गए है।
साथ ही इस पैक में हम आपको सभी वेद,उपवेद,उपनिषद,दर्शन-ग्रन्थ, सभी पुराण, सभी स्मृतिया, रामचरित-मानस, महाभारत सहित सनातन धर्म के लगभग सभी ग्रन्थो को स्वच्छ एवं स्पष्ट शब्दों में पीडीऍफ़ रूप में उपलब्ध करा रहे है।
आदिगुरु शंकराचार्य जी के समस्त भाष्य एवं ग्रन्थ, स्वामी करपात्री जी महाराज के समस्त ग्रन्थ एवं 100 से अधिक प्रमाणिक आचार्यो के ग्रन्थ
आर्यसमाज, गायत्री परिवार, ब्रह्मकुमारी ,जैन, बौद्ध आदि कुछ संस्थाओं एवं पन्थो के 100 से अधिक ग्रन्थ उनके सिद्धांत को जानने हेतु जोड़े गए है, साथ ही इन मतों और पन्थो के खंडन ग्रन्थ भी उपलब्ध कराये गए है...विशेषकर आर्यसमाज नामक संस्था के खंडन हेतु कई ग्रन्थ है, जो कि बहुमूल्य है.
कुल मिलाकर 500 से अधिक जो भी ग्रन्थ रूप में धरोहर उपलब्ध है, वो सब की सब आपको पीडीऍफ़ रूप में प्राप्त हो रही है , जिसका कि मूल्य भी हमने कम से कम रखा है, जो कि 499/- रुपये मात्र है। इसे खरीदने पर आपको ईमेल के माध्यम से एक लिंक दिया जाएगा, जहां पर कि आप जब चाहे, आजीवन इन सभी ग्रन्थो को ऑनलाइन पढ़ भी सकते है, और डाउनलोड करके अपने पास भी रख सकते है। एवं जो हमारे युवा बालक या बालिकाये, अभी छात्र-जीवन में ही है और ये न्यूनतम मूल्य देने में असमर्थ है तो वे हमसे मैसेज के माध्यम से सम्पर्क कर सकते है। हम उन्हें ये सभी ग्रन्थ बिना किसी शुल्क के उपलब्ध करा देंगे। अतः इस पैक के सभी हजारो हिन्दू धर्म-ग्रन्थो को अपने पास संग्रहित करके अवश्य रखे, जितना भी समय मिले थोडा थोडा करके अवश्य पढ़े, और इन्हें आगे भी फैलाए और धर्म-लाभ प्राप्त करे। सभी पर परमपिता परमात्मा की कृपा निरन्तर बनी रहे। जय श्री राम।